Tere Ishq me ho jaau Fannah - 1 in Hindi Love Stories by Sunita books and stories PDF | तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 1

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तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 1

धमाके से बचा खतरनाक लड़का

रात का समय था, आसमान में हल्के बादल थे, और चांदनी ज़मीन पर ठंडी रोशनी बिखेर रही थी। एक काले रंग का प्राइवेट जेट अपनी मंज़िल की ओर बढ़ रहा था। जेट के अंदर बैठा एक लड़का, जिसकी उम्र करीब 23 साल थी, खिड़की से बाहर देख रहा था। उसकी आंखों में एक गहरी चमक थी, चेहरे पर आत्मविश्वास और अंदाज में एक रॉयल ठहराव। काले रंग का पैंट-कोट उसकी पर्सनैलिटी को और भी प्रभावशाली बना रहा था। वह जितना स्मार्ट और हैंडसम लग रहा था, उतना ही खतरनाक भी था।

जेट की लैंडिंग और कार की तैयारी

जेट धीरे-धीरे हैलीपैड पर उतरा। जैसे ही दरवाजा खुला, लड़का अपनी लंबी कद-काठी के साथ स्टाइल में नीचे उतरा। वहां पहले से ही कुछ लोग उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे। वे सभी उसके वफादार आदमी थे, जो उसे रिसीव करने आए थे। उनमें से एक आदमी ने आगे बढ़कर कहा, "सर, आपकी कार रेडी है।"

तभी एक काले रंग की चमचमाती कार सामने आकर रुकी। उसमें एक प्रशिक्षित ड्राइवर बैठा था। जैसे ही लड़का कार के पास पहुंचा, एक आदमी ने झुककर कार का दरवाजा खोला। बिना कोई समय गवाए, वह लड़का भीतर बैठ गया। ड्राइवर को कुछ बताने की जरूरत नहीं थी, उसे पहले से ही मालूम था कि लड़के को कहां जाना है। उसने गाड़ी स्टार्ट की और कार सड़कों पर दौड़ने लगी।

अचानक बदला माहौल

कुछ मिनटों बाद, जब कार हाईवे पर थी, लड़के को कुछ अजीब महसूस हुआ। उसने हल्की-हल्की "टिक-टिक" की आवाज़ सुनी। उसकी छठी इंद्रिय तुरंत जाग उठी। यह आवाज़ उसे अनजाने खतरे का संकेत दे रही थी। वह सतर्क हो गया। उसने अपने जूतों से कार की फर्श पर दबाव डाला और महसूस किया कि आवाज़ कार के नीचे से आ रही थी।

तभी उसे एहसास हुआ कि यह "टिक-टिक" किसी घड़ी की नहीं, बल्कि टाइम बम की थी!

"स्टॉप!" उसने तेज़ आवाज़ में ड्राइवर को आदेश दिया।

ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक लगाए और कार सड़क के किनारे रुक गई। लड़का तेजी से बोला, "जल्दी कार से बाहर निकलो!"

ड्राइवर उसके चेहरे के भाव देखकर घबरा गया, लेकिन उसने बिना कोई सवाल किए तुरंत कार का दरवाजा खोला और बाहर कूद पड़ा। लड़के ने भी तेजी से छलांग लगाई और दोनों कुछ ही सेकंड में कार से दूर जाने के लिए दौड़ पड़े।

धीमी गति में विस्फोट

वे अभी कार से लगभग 15-20 फीट दूर ही पहुंचे थे कि अचानक "बूम!"

एक ज़ोरदार धमाका हुआ। पूरी कार आग के गोले में बदल गई। उसके टुकड़े इधर-उधर उड़ने लगे। धमाके की वजह से उत्पन्न प्रेशर वेव से लड़का और ड्राइवर दोनों हवा में उछलकर कुछ दूर जाकर गिरे।

ज़मीन से टकराते ही उनके शरीर में तेज़ दर्द उठा। लड़के के माथे से खून की एक पतली धार बहने लगी थी, जबकि ड्राइवर के हाथ में एक गहरी चोट आई थी। चारों ओर धूल और धुएं का गुबार छा गया।

कुछ सेकंड तक दोनों वहीं ज़मीन पर पड़े रहे, सांसें तेज़ हो गई थीं। लेकिन लड़के की आंखों में अब भी वही चमक थी—एक आग, जो हार मानने वालों की नहीं होती। उसने धीरे-धीरे खुद को संभाला और उठकर खड़ा हुआ। उसके चेहरे पर दर्द के बावजूद गुस्सा साफ झलक रहा था।

"यह किसने किया?"

उसने खुद से सवाल किया, लेकिन जवाब पाने में ज्यादा देर नहीं लगी। उसे महसूस हो गया कि कोई उसकी जान लेना चाहता था—कोई ऐसा, जो उसकी ताकत से डरता था, पर उसे खत्म करने के लिए छुपकर वार कर रहा था।

ड्राइवर भी धीरे-धीरे उठ खड़ा हुआ, उसने डरते हुए पूछा, "सर, आप ठीक हैं?"

लड़के ने अपनी ब्लैक जैकेट से खून पोंछते हुए कहा, "मैं ठीक हूं, लेकिन जिसने ये बम लगाया था, वो अब नहीं बचेगा।"

उसकी आवाज़ में ठंडापन था, लेकिन उसके भीतर एक तूफान उठ चुका था। यह लड़का कोई साधारण इंसान नहीं था। वह न केवल तेज़ दिमाग वाला था, बल्कि अपनी सूझ-बूझ और ताकत से दुश्मनों को मात देना भी जानता था।

आगे क्या होगा?

लड़के की आंखों में अब बदले की ज्वाला जल रही थी। वह जानता था कि यह हमला किसी बड़े दुश्मन का एक इशारा था।

अब वह चुप नहीं बैठेगा। यह खेल अब शुरू हुआ था—एक ऐसा खेल, जिसमें या तो वह जीतेगा या फिर उसके दुश्मन पूरी तरह खत्म हो जाएंगे।

(अगली कहानी में पता चलेगा कि यह हमला किसने किया और लड़का कैसे अपने दुश्मनों को सबक सिखाएगा!)